भूख हड़ताल का 27वां दिन।

पूर्व प्रधान मंत्री के किसान मंच ने आदिवासी किसानों की भूख हड़ताल का किया समर्थन।

सीधी, एमपी। टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के अगुवाई में 18 सितंबर से मझौली उपखंड के ग्राम मूसामूड़ी में किसानों द्वारा की जा रही भूख हड़ताल का किसान मंच ने समर्थन किया है और आंदोलन के समर्थन में अपना समर्थन पत्र भेजा है। किसान मंच राष्ट्रीय स्तर पर किसानों के सवालों को लेकर संघर्ष करने वाला संगठन है। किसान मंच की स्थापना पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय बीपी सिंह द्वारा की गई थी जो उसके संस्थापक अध्यक्ष थे।

बर्तमान किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद सिंह  द्वारा मूसामूड़ी किसान आंदोलन के समर्थन में पत्र भेज कर यह कहा गया है कि भूमका एवं मूसामूड़ी के किसानों की भूमियों का अधिग्रहण आर्यन पॉवर कंपनी के लिए 1200 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए किया गया है, यह भूमि अधिग्रहण किसानों को धोखे में रखकर छल करके किया गया है। प्रभावित किसानों में से अधिकतर किसान आदिवासी समुदाय के हैं उन्हें यदि उनकी जमीनों से बेदखल कर विस्थापित कर दिया जाएगा तो उनके एवं उनके बाल बच्चों के जीवन संभालने के लिए दूसरा कोई सहारा नहीं है। इस अधिग्रहण के खिलाफ यहां के किसान वर्ष 2011 से संघर्ष कर रहे हैं किसान मंच सदा किसानों के साथ खड़ा रहा है। वर्ष 2017 में जब किसानों द्वारा लगातार 34 दिन की भूख हड़ताल की गई थी तो वनारस से मैं स्वतः मूसामूड़ी पहुंचकर किसानों के समर्थन में किसान मंच की तरफ से किसान आंदोलन को मजबूती देने का काम किया था।

वही विनोद सिंह नर कहा कि 18 सितम्बर 2023 से की जा रही किसानों के भूख हड़ताल का किसान मंच समर्थन करता है एवं शासन एवं प्रशासन से मांग करता है कि जबरिया भूमि अधिग्रहण को निरस्त करके आदिवासी किसानों को उनकी भूमि वापस की जाए तथा फर्जी अधिग्रहण के दोषियों के विरुद्ध पुलिस में अपराध दर्ज कराया जाय। अधिग्रहित भूमियां अभी भी किसानों के स्वत्व में है आदिवासियों की भूमियां उन्हें वापस करनी ही पड़ेगी।


आज 14 अक्टूबर 2023 को भूख हड़ताल के 27वें दिन
अधिग्रहण प्रभावित किसान नन्दलाल सिंह गोड़ के द्वारा कृष्णबहादुर सिंह गोंड़ और प्रदीप सिंह गोड़ को अधिग्रहित भूमि की मिट्टी कि तिलक लगाकर अनशन पर बैठाया गया।


भूख हड़ताल के समर्थन में उपस्थित किसान:- शिव कुमार सिंह, राजेश कुशवाहा, रामशरण कुशवाहा, शीतल कुशवाहा, ईश्वरदीन सिंह, नंदलाल मीणा, चन्द्रशेखर सिंह, पुष्पराज सिंह, महावीर सिंह गोड़, भूपेंद्र कुशवाहा, हीरालाल कुशवाहा, विजय बहादुर सिंह, राजकुमार सिंह, लारामकुमार सिंह, लालमणि सिंह गोड़, हरिकेश्वर सिंह, रामप्रसाद सिंह, शिव कुमार कुशवाहा, देवेन्द्र सिंह, छोटेलाल सिंह, पंचम सिंह, चन्द्रपाल सिंह, चन्द्रशेखर, दशरथ सिंह आदि।