साहित्यांजलि प्रज्योदि लूकरगंज ने पौधारोपण की पहल की जिससे शहर में पुन: हरियाली लौटेगी- सुनीता दरबारी, पार्षद।

Prayagraj,up: प्रकृति-संरक्षण एवं साहित्यिक मंच ” साहित्यांजलि प्रज्योदि” के तत्त्वावधान में ‘ विश्व पर्यावरण-दिवस’ पर ‘ लुप्त हो रहे वृक्ष से प्राणी-जीवन पर गहराता संकट’ विषयक संगोष्ठी एवं कवि-सम्मेलन का आयोजन सारस्वत सभागार, लूकरगंज में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता मारूफ़ शाइर अनवार अब्बास एवं मुख्य अतिथि उद्यान अधिकारी विजय किशोर सिंह , विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ शाइर विश्वनाथ प्रसाद श्रीवास्तव तथा सभासद सुनीता दरबारी एवं सारस्वत अतिथि प्रो० अमिताभ कर ने दीप प्रज्जवलन किया तत्पश्चात माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। सुनील मिश्र ने अतिथि वृन्द का स्वागत किया एवं प्रो० रवि मिश्र ‘जल,जंगल-जमीन ‘ की उपयोगिता पर व्याख्यान करते हुए उत्कृष्ट संचालन किया।

कार्यक्रम की शुरूआत राजेश सिंह ‘राज ‘ ने सरस्वती-वन्दना से की। कार्यक्रम दो सत्रों मे चला।प्रथम सत्र में संगोष्ठी एवं सुनीता दरबारी का सम्मान तथा दूसरे सत्र में कवि-सम्मेलन।
मुख्य अतिथि विजय किशोर सिंह ने कहा कि वायु -प्रदूषण को कम करने के लिए वर्तमान समय में खुशरोबाग की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए ,पेड़-पौधों की महती भूमिका को इंगित करते हुए कहा कि पौधों के विकास के लिए धरती माँ की उपजाऊ शक्ति बनाए रखना अति आवश्यक है। मारूफ़ शाइर अनवार अब्बास ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि पेड़-पौधों ने पशु-पक्षियों को ठाँव और मानव को छाँव दिया है। जहाँ वृक्ष होते हैं,बादल वहीं आते है,बारिश वहीं होती है। पेड़ -जल,वायु आदिक को शुद्धता प्रदान कर उन्हें प्राणी के लिए उपयोगी बनाने में सहायक हैं।


आयोजक एवं संस्था के अध्यक्ष डॉ०प्रदीप चित्रांशी ने भारतीय संस्कृति में निहित वृक्षों के प्रति आस्था पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ज्येष्ठ मास में शनि अमावस्या पर बरगद के वृक्ष की पूजा,वृक्षों को संरक्षित करने की पुनीत एवं अनुपम पहल है लेकिन आजकल मात्र परम्परा का अनुशरण करने के लिए कुछ लोग बरगद की डाली तोड़कर पूजा करते हैं।वृक्ष सुरक्षित रहें इसलिए ऐसे भटके हुए लोगों को सही मार्ग दिखलाने का दायित्व हम सभी का है। समाज सेविका एवं सभासद सुनीता दरबारी ने कहा – धरती पर हरियाली के लिए जमीनी स्तर पर कार्य करना आवश्यक है।सनातनी परम्परा में प्रकृति-संरक्षण पर बहुत कुछ कहा गया है, उन सबका अनुशरण करते हुए लूकरगंज को हरा-भरा बनाने की पूरी कोशिश करूँगी।


संस्था ने सुनीता दरबार- सभासद लूकरगंज को विश्व पर्यावरण दिवस पर अंगवस्त्रम, स्मृति चिन्ह एवं पुष्प मालाओं से उनको सम्मानित किया। द्वितीय सत्र में कवि-सम्मेलन की शुरूआत हुई। जिसमें शहर के नामचीन और युवा कवियों ने मोहक रचनाएँ पढ़ी।

कार्यक्रम मे भाग लेने वाले कवि नवीन सिन्हा,उमेश श्रीवास्तव, सरिता मिश्र,एच एन पाण्डेय’अंजान, विन्ध्यवासिनी शुक्ल ‘मृदुल ‘ अशोक श्रीवास्तव ‘कुमुद ‘ अजय प्रकाश, एस पी श्रीवास्तव, जीशान, राम लखन चौरसिया,राकेश मालवीय, केशब सक्सेना, राजेश सिंह राज ,पाल प्रयागी,देवी प्रसाद पांडेय आदिक के अलावा अन्य कई कवियों ने रचनाएँ पढ़ी।


नगर के गणमान्य श्रोतागण पूर्व होम्यो चिकित्साधिकारी डॉ० सूर्यबली सिंह, इरफान, पूर्व सभासद रोचक दरबारी, काशी क्षेत्र के भाजपा उपाध्यक्ष परवीन(धुन्नू) ,राहुल सक्सेना निरखी आदिक के अतिरिक्त कई अन्य श्रोता उपस्थित रहे।
अन्त में उमेश श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त किया,ज्योति चित्रांशी ने संयोजन व मीडिया प्रबन्धन का दायित्व निभाया।