के पी ट्रस्ट चुनाव में आया नया मोड़ , रतन श्रीवास्तव ने दिया डॉ सुशील सिन्हा को समर्थन।

त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट

प्रयागराज,यूपी। एशिया के सबसे बड़े ट्रस्ट कहे जाने वाले केपी ट्रस्ट के चुनाव में बड़ा मोड़ आया है , पहले से ही अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए डॉ सुशील सिन्हा और चौधरी राघवेंद्र नाथ सिंह के बीच में ही लड़ाई थी लेकिन दो अन्य प्रत्याशी रतन श्रीवास्तव और परवीन श्रीवास्तव टार्जन भी मैदान में थे।


एक आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व महासचिव कुमार नारायण के साथ अध्यक्ष पद की प्रत्याशी रतन श्रीवास्तव ने बिना शर्त डॉ सुशिल सिन्हा को अपना समर्थन दे दिया . रतन श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने नारी शशक्तिकरण की पक्षधर हैं लेकिन परिवार वाद से छुटकारा पाने और सब कायस्थ के एक रहने की बात पर योग्य प्रत्याशी डॉ सिन्हा को समर्थन दिया , रतन श्रीवास्तव के अनुसार कायस्थ पाठशाला का प्रत्याशी मृदुभाषी , योग्य , शिक्षित होना चाहिए , ऐसे में वे अपनी दावेदारी वापस ले रही हैं और डॉ सिन्हा को समर्थन दे रही हैं।

प्रेस वार्ता में उपस्थित पूर्व महासचिव कुमार नारायण ने कहा कि सबको लगा कि कायस्थ पाठशाला में काम नहीं हुए हैं और परिवारवाद हावी है इसलिए सोच समझ कर रतन श्रीवास्तव ने डॉ सुशिल सिन्हा को समर्थन किया कि एक प्रत्याशी विपक्ष से रहेगा तो जीत सुश्चित है।

एक सवाल के जवाब में कुमार नारायण ने कहा कि भले ही विधायक बंटें हैं लेकिन यह चुनाव बीजेपी का नहीं है , यह चुनाव कायस्थ समाज का चुनाव है और कायस्थ समाज अपना अध्यक्ष बनाएगा , उन्होंने दवा किया कि इस बार डॉ सुशिल सिन्हा को जीतना ही है नहीं तो यह ट्रस्ट चौदरी परिवार की लिमिटेड कंपनी हो जाएगी . यहाँ तक कि कुमार नारायण का मकहना था कि अगर ऐसा हुआ तो कायस्थ समाज खून की आशु रोयेगा।

रतन श्रीवास्तव ने कहा कि कायस्थ पाठशाला में मेडिकल कॉलेज , इंजनियरिंग कॉलेज , अस्पताल की जरूरत है , रतन श्रीवास्तव ने भरोसा दिलाया कि सदस्य्ता शुल्क 100 रुपये करने की और ऑनलाइन करने की जरूरत है , जिसको डॉ सिन्हा करेंगे , वे अपने मतदाताओं से अपील करती हैं कि उनको वोट न करके डॉ सुशील सिन्हा को वोट करें।