“कोरस” संस्था की संगीतमय संध्या ” आओ तुम्हें चांद पर ले जायें” की प्रस्तुति 17 दिसम्बर को।


Prayagraj,up: खूबसूरती के सैकड़ों पर्यायवाची शब्दों में से एक है- चांद। चांद यानि एक ऐसी खूबसूरती जो मन में एक शीतलता का एहसास कराती है, शांति का एहसास कराती है, आनंद का एहसास कराती है। मगर ये चांद है क्या? अनंत काल से पृथ्वीवासियों के मन में ये एक कौतुहल का विषय रहा है।

वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों के पश्चात अब ये एक अजूबा नहीं रहा, परंतु आज भी इसका आकर्षण न कम हुआ और न होगा। कल्पनाओं और वास्तविकता की परिसीमाओं से होता हुआ हमारा चांद आज भी हमारे लिये उतना ही सुंदर और प्यारा है जितना पहले था, और इसका जीता जागता उदाहरण है कि चांद, चंदा, चन्द्रमा और उसकी चांदनी का जिक्र हमारे गीतों, कविताओं और गजलों में अक्सर अलग अलग रूपों में होता रहता है। कभी वह प्रेमिका की सुंदरता बयां करने में इस्तेमाल होता है – चांद जैसे मुखड़े पे बिंदिया सितारा, चौदहवीं का चांद हो आदि और कभी उसे प्रेमी-
प्रेमिका अपने मिलन का गवाह बना लेते हैं- गवाह हैं चांद तारे गवाह हैं। कभी चांद की सिफारिश चाहते हैं – चांद सिफारिश जो करता हमारी, तो कभी उसे मामा बना लेते
हैं- चंदा मामा से प्यारा मेरा मामा। इत्यादि। हमारे गीतकारों और संगीतकारों के इन्हीं अनोखे प्रयासों को कोरस ग्रुप के कलाकार अपने कार्यक्रम।


“आओ तुम्हें चांद पर ले जायें” द्वारा रविवार 17 दिसंबर को प्रयाग संगीत समिति के ओपेन एयर थियेटर में श्रोताओं के सम्मुख हिंदी फिल्मों के सदाबहार गीतों के माध्यम से रखने जा रहे हैं। इस कार्यक्रम द्वारा एक तरफ तो “कोरस’ के कलाकार चांद और उससे जुड़ी विभिन्न भावनाओं का प्रस्तुतिकरण करेंगे वहीं हमारे देश के वैज्ञानिकों द्वारा कुछ समय पहले चंद्रमा के धरातल पर प्रेषित ” चंद्रयान -3″ के सफल प्रक्षेपण का जश्न भी मनायेंगे।


संगीत संध्या का शुभारंभ सायं 4.30 बजे से 7.30 बजे कोरस की अनूठी परंपरानुसार कार्यक्रम में आये हये संगीत प्रेमी अतिथियों के कर-कमलों द्वारा होगा। तत्पश्चात कोरस
के सदस्य कलाकारों द्वारा युगल, एकल व सामूहिक गीतों की एक ऐसी स्वर लहरी पेश की जायेगी जो निश्चित रूप से वातावरण को संगीतमय बना देगी।


कार्यक्रम स्थल पर चाँद का एक बेहतरीन “सेल्फी पॉइंट” भी बनाया जा रहा है जिसकी सतह चांद की सतह की तरह बनाई जायेगी एवं उस पर विक्रम लैंडर का एक मॉडल होगा। अतिथि लोग इस चाँद की सतह पर खड़े हो कर सेल्फी ले सकेंगे। कोरस के संयोजक आर्किटेक्ट पीयूष टंडन जिन्हें इस पूरे कार्यक्रम की परिकल्पना एवं प्रस्तुतिकरण का श्रेय जाता है, ने बताया कि कोरस ग्रुप की विशिष्टता इस ग्रुप के सभी सदस्यों का गैर-पेशेवर अर्थात नान प्रोफेशनल होना है। एक और विशिष्टता है कि संस्था के सभी सदस्य युगल जोड़े अर्थात पति-पत्नि के रूप में संस्था से जुड़े हैं।


कार्यक्रम में आने वाले समस्त संगीत प्रेमियों से निवेदन है कि कार्यक्रम के प्रारंभिक भाग को अवश्य देखें एवं अपना स्थान समय पूर्व ग्रहण कर लें। क्योंकि कार्यक्रम की शुरुआत व अंत एक बेहद ही अनोखे ढंग से किया गया है जिसमें चंद्रयान 3 के प्रक्षेपण और विक्रम लैंडर के लैंडिंग को संगीतमय यात्रा से जोड़ कर तैयार किया गया है जो देशभक्ति से भरा हुआ है ऐसा The CHorus के founder पियूष टंडन ने बताया।

पत्रकारवार्ता में ग्रुप के अन्य सदस्य राजेष श्रीवास्तव, डा राज गुलाटी, विनय टंडन, फैसल अफाक अंसारी अदि मौजूद रहे।