त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज,यूपी। देश के सबसे बड़ी यूपी बोर्ड की परीक्षा 22 फरवरी से शुरू हो रही है। ये परीक्षा 12 कार्य दिवसों में पूर्ण होकर 9 मार्च को समाप्त होगी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा 22 फरवरी से शुरू होगी। यूपी बोर्ड परीक्षा को देश की सबसे बड़ी बोर्ड परीक्षा माना जाता है। इस साल यूपी बोर्ड ने पेपर लीक और नकल जैसी घटनाओं को रोकने के लिए एंटी चीटिंग प्लान तैयार किया है। यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्र पर इस बार सख्ती बरती जाएगी। यूपी बोर्ड पेपर लीक जैसी घटनाओं को लेकर बोर्ड काफी सख्त है।
यूपी सरकार उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2024 को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बरतने के मूड में नहीं है। इस साल यूपी बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन तरीके से आयोजित करवाने के लिए 5 स्तरीय एंटी चीटिंग प्लान बनाया गया है। इस साल 10वीं और 12वीं के 55,25,308 स्टूडेंट्स ने यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। इन छात्रों के लिए पूरे राज्य में 8265 परीक्षा केंद्र बनाए गए है जिसमें 566 राजकीय विद्यालय, 3479 सवित्त और 4220 वित्तविहीन विद्यालय शामिल है।
इस बार की बोर्ड परीक्षा में छात्रहित में कई नवीन व्यवस्थाएं की गई है जिसमें परीक्षाओं के व्यवधानरहित सुचारू संचालन हेतु मास्टर ट्रेनर्स के माध्यम से परीक्षा केंद्र व्यवस्थापकों को प्रशिक्षण दिया गया है। कक्ष निरीक्षकों के लिए क्यूआर कोड एवं क्रमांक युक्त computerised परिचय पत्र भी तैयार किया गया है। इसके अलावा उत्तर पुस्तिकाओं की अदला-बदली रोकने के लिए उत्तर पुस्तिकाओं पर सुरक्षात्मक क्यूआर कोड, क्रमांक और लोगो भी लगाए है। परीक्षा केंद्रों में नकल की घटनाओं और अन्य किसी प्रकार की अवांछित गतिविधि रोकने के लिए परिषद मुख्यालय प्रयागराज और सभी पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों मेरठ, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर में एक-एक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना की गई है।
नकलविहीन और शांतिपूर्ण परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों में स्ट्रांगरूम की 24×7 ऑनलाइन निगरानी की व्यवस्था की गई है
नकलविहीन और शांतिपूर्ण परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों में स्ट्रांगरूम की 24×7 ऑनलाइन निगरानी की व्यवस्था की गई है। 8265 परीक्षा केंद्रों के लगभग 1.35 लाख परीक्षा कक्षों और परिसर में 2.90 लाख से अधिक वॉयस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। लखनऊ में भी निगरानी के लिए एक कमांड एंड कंट्रोल रूम सेंटर स्थापित किया गया है। अधिकारियों की टीमों का गठन कर स्ट्रांग रूम का रात में निरीक्षण कराए जाने के भी आदेश दिए गए है। परीक्षाओं में नकल की शिकायत के लिए टोल फ्री नम्बर 18001805310 और 18001805312, व्हाट्सएप, ट्विटर और फेसबुक जैसे सूचना माध्यमों की भी व्यवस्था की गई है।
परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण के लिए 1297 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 430 जोनल मजिस्ट्रेट, 75 राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक और 416 फ्लाइंग स्क्वाड का भी गठन किया गया है। प्रदेश के 16 जनपद जिसमें मथुरा, बागपत, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आज़मगढ़, बलिया, मऊ, प्रयागराज, कौशाम्बी, चंदौली, जौनपुर, गाज़ीपुर, देवरिया और गोंडा अतिसंवेदनशील जनपद चिन्हित किए गए है।
यहीं नहीं इस बार की यूपी बोर्ड की परीक्षा समाप्त होने से पूर्व यदि उस विषय का कोई प्रश्न पत्र या उसके किसी भाग को या उसके हल को व्हाट्सएप या किसी सोशल मीडिया या अन्य किसी माध्यम से संचारित करने का प्रयास किया गया तो ऐसा कृत्य उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम 1998 की धारा 4/10 के अंतर्गत दंडनीय अपराध और गैर जमानती अपराध होगा। 22 फरवरी से शुरु होने वाली बोर्ड परीक्षाएं दो पालियों में होगी पहली सुबह 8.30 से 11.45 तक और दूसरी दोपहर 2 बजे से शुरू होकर शाम 5.15 बजे खत्म होगी।