72 वर्षीय ग़ज़ल सम्राट पंकज उधास का निधन लंबी बीमारी के बाद मुम्बई के एक अस्पताल में ली अंतिम सांस।

भोपाल से देवेन्द्र कुमार जैन की रिपोर्ट


भोपाल, एमपी। महान गज़ल गायक पंकज उधास का जन्म 17 मई 1951 गुजरात में राजकोट के पास चारखड़ी-जैतपुर में एक ज़मींदार चारण परिवार में हुआ था। वे तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। भारतीय संगीत उद्योग में उधास को फिल्म नाम में गायकी से प्रसिद्धि मिली, जिसमें उनका एक गीत चिठ्ठी आई है बहुत लोकप्रिय हुआ था। उसके बाद से उन्होंने कई फिल्मों के लिए एक पार्श्व गायक के रूप में अपनी आवाज दी।

इसके अलावा उन्होंने कई एल्बम भी बनाए और एक कुशल एवं प्रसिद्ध गज़ल गायक के रूप में अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए अपनी पहचान बनाई । 2006 में पंकज उधास को पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उनके सबसे बड़े भाई मनहर उधास ने बॉलीवुड में हिंदी पार्श्व गायक के रूप में सफलता प्राप्त की थी। उनके दूसरे बड़े भाई निर्मल उधास भी एक प्रसिद्ध गज़ल गायक हैं और तीनों भाइयों में से सबसे पहले गायिकी का काम उन्होंने ने ही शुरू किया था।

उन्होंने भावनगर से शिक्षा प्राप्त की थी। उसके बाद उनका परिवार मुम्बई आ गया।बउनके परिवार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उन्होंने सोमवार सवेरे लगभग 11 बजे के मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। इसके साथ ही, देश ने एक कमाल के फनकार को भी हमेशा के लिए खो दिया। आज ग़ज़ल के जादूगर भले ही हमारे बीच नहीं रहें, लेकिन उनके नग़्मे सदियों तक हमें उनकी याद दिलाते रहेंगे।