त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
पुस्तक मेले में ‘मुझे पहचानो’ और ‘मैं कौन हूं? की तलाश
मेले का आकर्षण है चित्रा मुगद्ल, संजीव कुमार और दिव्य प्रकाश दूबे की किताबें
प्रयागराज,यूपी। एंग्लों बंगाली इंटर कालेज में चले रहे ‘ज्ञान कुंभ’ थीम पर आधारित प्रयागराज पुस्तक मेले का आज चैथा दिन रहा। अवकाश का दिन होने के चलते आज भी पाठकों का एक बड़ा वर्ग अपनी पंसद की पुस्तकें खोज रहा था। पुस्तक मेले में वैसे तो सभी विषयों व लेखकों की किताबों की बिक्री की जा रही है, लेकिन आज भी युवाओं का एक वर्ग विवेकानन्द, ओशो और डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की किताब तलाश कर रहे थे। यानि समय के साथ के साथ भी इनकी प्रासंगिकता बनी हुई है। मेले में लगे प्रकाशन संस्थान नई दिल्ली स्टाल के प्रतिनिधि मनोज शर्मा बताते हैं कि राजकिशोर सम्पादित पुस्तक ‘अम्बेडकर विचार कोश’, इन्ही की विवेकानन्द विचार कोष, बरनार्ड शाॅ विचार कोश और खलील जिब्रान विचार कोश की मांग ज्यादा हो रही है। उनके यहां यह किताबें बेस्ट सेलर के रूप में पहचान बना रही हैं।
कुछ ऐसा ही दिव्यांश पब्लिकेशन स्टाल पर सजी ओशो की पुस्तकें डिमाण्ड में हैं। नीरज अरोरा बताते हैं कि वैसे ओशो की लगभग सभी पुस्तकों की मांग है, लेकिन सर्वाधिक ‘मैं काॅन हूँ? की पुस्तकें उनके यहां सबसे अधिक बिक रही हैं। इसके साथ ही मुंशी प्रेमचन्द्र की 51 लोकप्रिय कहानियाॅ, सआदत हसन मंटो की 25 लोकप्रिय कहानियां, रवीन्द्रनाथ टैगोर की 30 लोकप्रिय कहानियां और रवीन्द्रनाथ टैगोर की 30 लोकप्रिय कहानियाॅ, की भी मांग है। इसी स्टाल पर खड़े रेलवे में लोको पायलट गोपाल दास ने ‘अम्बेडकर की आत्मकथा’ पुस्तक को खरीदने के बाद कहाकि वह उनके लिये भगवान हैं।
सस्ता साहित्य मंडल प्रकाशन स्टाल पर लगी साहित्य अकादमिक पुरस्कार से पुरस्कृत अतुल कुमार राय की पुस्तक ‘चाॅदपुर की चंदा’ की मांग युवाओं में अधिक है। यहां पर दिव्य प्रकाश दूबे की ‘यार पापा’ भी खूब बिक रही है। वहीं सेतु प्रकाशन नोएडा बुक स्टाल पर संजीव की लिखित ‘मुझे पहचानों’ के भी कद्रदान काफी संख्या में दिखाई पड़ रहे हैं। सामयिक प्रकाशन के स्टाल पर बेस्ट सेलर में चित्रा मुगद्ल की उपन्यास ‘आवां’ की खूब मांग है। इन्हीं की ‘नाला सोपारा’ रमणिका गुप्ता की एक जिद्दी लड़की की आत्मकथा ‘आपहुदरी’ और सुषमा बेदी की ‘आरोह-अवरोह’ के साथ-साथ सुशीला टाकभौरे की ‘तुम्हें बदलना ही होगा’ की डिमाण्ड है।
पुस्तक मेले के आयोजक मनोज सिंह चन्देल ने बताया कि मेले में कई नये लेखकों की पुस्तकों के लिये भी स्टाल लगाये गये हैं। जहां पर वह अपनी पुस्तकों का डिस्पले कर सकते हैं। कुछ नई पुस्तकों का विमोचन भी किया जा रहा है।
सेल्फी प्वाइंट भी बना आकर्षक का केन्द्र

यहां पर आने वाले पुस्तक प्रेमियों के लिये सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। जिसपर युवा अपनी सेल्फी भी ले रहे हैं।
मेले के सह-संयोजक मनीष गर्ग ने बताया कि पुस्तक मेले का आयोजन फोर्सवन बुक्स, अग्रवाल सर्व शिक्षा शिक्षा ट्रस्ट और प्रयागराज के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। प्रयागराज पुस्तक मेले में प्रवेश मुफ्त है। पुस्तक प्रेमियों के लिए सुबह 11 बजे से लेकर रात्रि 9 बजे चल रहा है। जो कि 31 दिसम्बर खुला रहेगा।