पांडुलिपि सम्पदा की प्रदर्शनी का हुआ शुभारंभ।


त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट


Prayagraj, up: विश्व धरोहर सप्ताह (19 से 25 नवम्बर – 2023) के अवसर पर राजकीय पाण्डुलिपि पुस्तकालय प्रयागराज द्वारा आयोजित दो दिवसीय पाण्डुलिपि सम्पदा प्रदर्शनी का उद्‌घाटन प्राचीन इतिहास विभाग,श्यामा प्रसाद मुखर्जी महाविद्यालय, प्रयागराज में किया गया ।

प्रदर्शनी का उद्‌घाटन करते हुये उप प्राचार्य डॉ० के० बी० श्रीवास्तव ने कहा कि विश्व धरोहर दिवस के अवसर पर लगायी गयी यह प्रदर्शनी प्रासंगिक है एवं इससे महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं को लाभ मिलेगा। इस प्रदर्शनी के अवलोकन से निश्चय ही इन युवा पीढी में अपनी संस्कृति एवं धरोहर के प्रति रुचि विकसित होगी। महाविद्यालय के प्राचीन इतिहास विभाग की संयोजक डॉ० रत्ना शर्मा के प्रयास से आयोजित इस प्रदर्शनी के विषय में उन्होंने उपस्थित छात्र- छात्राओ को पाण्डुलिपियों के महत्व एवं शैक्षिक जीवन में उसका महत्व क्या है विस्तार से बताया। इस अवसर पर पाण्डुलिपि अधिकारी गुलाम सरवर ने पाण्डुलिपि प्रदर्शनी का उद्देश्य बताते हुये पाण्डुलिपियों के रख रखाव के विषय में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करते हुये बताया कि अध्ययन के अधिकतम विषयों का भंडार पांडुलिपियाँ ही हैं हमारे संकलित ग्रंथों में सांस्कृतिक तथा वैज्ञानिक विषयों की बहुलता है।

प्रदर्शनी में वेद,पुराण,ज्योतिष,आयुर्वेद,इतिहास, धर्म, व्याकरण,साहित्य आदि पांडुलिपियों के चित्र प्रदर्शित किये गए हैं। उन्होंने आये हुये अतिथियों एवं उपस्थित लोगों का स्वागत एवं अभिनंदन भी किया।


प्रदर्शनी में संस्कृति विभाग प्रयागराज से राकेश कुमार वर्मा, हरिश्चन्द्र दुबे, शैलेन्द्र यादव, अजय मौर्या, मो शफीक, अभिषेक सहित महाविद्यालय के डॉ० रजनीकान्त राय , डॉ०आशुतोष पाण्डेय, डॉ० दिनेश दिवेदी, डॉ० के०एन० सिंह, डॉ० कल्पना गुप्ता आदि उपस्थित रहे।