प्रयागराज मण्डल में वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारम्भ एवं डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर न्यू पं. दीन दयाल उपाध्याय जं.-न्यू भाऊपुर जं. खण्ड का लोकार्पण के सम्बंध में डीआरएम ने की पत्रकारवार्ता।

त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट

Prayagraj,up: मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय के संकल्प सभा कक्ष में हिमांशु बडोनी, मण्डल रेल प्रबंधक, प्रयागराज मंडल की अध्यक्षता में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान मण्डल रेल प्रबंधक ने उपस्थित सभी इलेक्ट्रोनिक एवं प्रिंट मीडिया से आये प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय रेल अपने यात्रियों को बेहतर सुविधाओं के साथ सुखद यात्रा अनुभव प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध है। भारतीय रेल द्वारा अपने सम्मानित यात्रियों को सुखद, आरामदेह एवं बेहतर रेल यात्रा अनुभव के लिए वंदे भारत ट्रेन के रूप में एक नई व्यवस्था की शुरुआत की गयी है। इसी श्रृंखला में भारतीय रेल द्वारा वाराणसी-नई दिल्ली स्टेशनों के मध्य दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत की जा रही है। वंदे भारत एक्सप्रेस नये एवं उन्नत स्वरूप में वाराणसी-नई दिल्ली के बीच चलाई जाएगी, जिससे उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली के मध्य तीव्रगामी, आरामदायक एवं बेहतर यात्रा हेतु अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वाराणसी-नई दिल्ली के मध्य दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

इसी क्रम में मण्डल रेल प्रबंधक महोदय ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन चलाने का मुख्य उद्देश्य एक शहर को दुसरे शहर से न्यूनतम समय में कनेक्ट करना है। यह आधुनिक सेमी हाई-स्पीड ट्रेन भारतीय रेल के लिए श्रेष्ठतर डिजाइन, इंटीरियर और गति के मानकों के साथ एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, जो यात्रियों को एक सुखद यात्रा अनुभव प्रदान कराती है।


इस वंदे भारत ट्रेन के प्रारंभ होने से वाराणसी से सुबह प्रयागराज, कानपुर, नई दिल्ली नगरों को जाने वाले यात्रियों को एक अतिरिक्त तेज एवं आधुनिक यात्रा सुविधा उपलब्ध होगी तथा यात्रियों के समय की बचत के साथ-साथ क्षेत्र के सांस्कृतिक, औद्योगिक एवं आर्थिक विकास को गति मिलेगी। इससे यात्रियों को पर्यटन की दृष्टि से एक बेहतरीन विकल्प उपलब्ध होगा।


इसी श्रृखला में मण्डल रेल प्रबंधक ने बताया कि यह ट्रेन बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी से प्रयागराज, कानपुर को होते हुए, देश की राजधानी नई दिल्ली जाएगी। इससे प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं और औद्योगिक नगरी कानपुर सहित नई दिल्ली जाने वाले व्यवसायियों, विद्यार्थियों, नौकरी पेशा लोगों को एक अतिरिक्त उन्नत यात्रा सुविधा का लाभ होगा।


वंदे भारत एक्सप्रेस का नियमित संचालन दिनांक 20.12.2023 से प्रारंभ होगा। यह गाड़ी वाराणसी से 6:00 बजे प्रस्थान कर प्रयागराज से 07:34 बजे तथा कानपुर सेंट्रल से 09:30 बजे छूटकर 14:05 बजे नई दिल्ली पहुँचेगी। वापसी यात्रा में वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से 15:00 बजे प्रस्थान कर कानपुर सेंट्रल से 19:12 बजे तथा प्रयागराज से 21:15 बजे छूटकर 23:05 बजे वाराणसी पहुँचेगी।


शुभारंभ स्पेशल गाड़ी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 18 दिसंबर को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा। यह गाड़ी वाराणसी से 14:15 बजे प्रस्थान कर प्रयागराज से 15.50–16.05 बजे तथा कानपुर सेंट्रल से 18.00–18.15 बजे, इटावा 19.30-19.40, टूंडला 20.35-20.45, अलीगढ़ 21.40-21.50 बजे छूटकर सुविधानुसार ओपेन टाइमिंग के अनुसार नई दिल्ली पहुँचेगी।
भारतीय रेल देश की प्रगति का इंजन है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सशक्त एवं समृद्ध भारत के विज़न को साकार करते हुए, लॉजिस्टिक्स सेक्टर को नई मजबूती प्रदान करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। भारतीय रेल द्वारा देश में बनाए जा रहे पूर्वी और पश्चिमी डेटीकेटेड फ्रेट कोरिडोर देश के एक छोर से दूसरे छोर तक माल ढुलाई को सुगम बनाते हुए अर्थव्यवस्था के विकास में अपना अहम योगदान दे रहे हैं।
माल ढुलाई सुविधा को और बेहतर बनाने के क्रम में दिनांक 17.12.2023 को डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर के न्यू पं. दीन दयाल उपाध्याय जं.-न्यू भाऊपुर जं. खण्ड का भी लोकार्पण किया जाना सुनिश्चित किया गया है जिसका विवरण निन्म्वत है।


18 दिसंबर 2023 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पूर्वी डेटीकेटेड फ्रेट कोरिडोर का 402 किमी. लंबा न्यू दीन दया उपाध्याय जं.-न्यू भाऊपुर जं. खण्ड राष्ट्र को समर्पित किया जा रहा है, जो कि इस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर का एक महत्वपूर्ण भाग है। रू 10,903 करोड़ की लागत से निर्मित यह खण्ड दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर स्थित है, जो कि उत्तर प्रदेश के चंदौली, मिर्ज़ापुर, प्रयागराज, कौशाम्बी, फतेहपुर, कानपुर नगर एवं कानपुर देहात जनपदों से होकर गुजरता है। इस रेल खण्ड में कुल 12 स्टेशन हैं, जिनमें 06 जंक्शन स्टेशन एवं 06 क्रॉसिंग स्टेशन शामिल हैं। इनमें न्यू दीन दयाल उपाध्याय जं., न्यू अहरौरा रोड जं., न्यू डगमगपुर, न्यू मिर्जापुर, न्यू ऊँचीडीह, न्यू करछना जं., न्यू मनौरी, न्यू सुजातपुर, न्यू रसूलाबाद, न्यू मालवां, न्यू कानपुर जं. एवं न्यू भीमसेन जं. हैं।


यह रेल खण्ड झारखंड एवं पश्चिम बंगाल के इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड, सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड, भारत कोकिंग कोल लिमिटेड एवं नार्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड जैसे प्रमुख कोयला क्षेत्रों को उत्तर भारत के बिजली संयंत्रों से जोड़ता है। इस कोरिडोर पर मालगाड़ियां 100 किमी. प्रति घंटे की अधिकतम गति से चलती हैं। विद्युत संयंत्रों तक कोयले की आपूर्ति तेजी से होने के फलस्वरूप लॉजिस्टिक लागत एवं समय में कमी आई है तथा आयरन एवं स्टील सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई में भी तेजी आई है। डी.एफ.सी. के इस खण्ड के शुरू होने से उत्तर प्रदेश तथा बिहार के कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, एम.एस.एम.ई. एवं हस्तशिल्प उद्योंगों को भी बढ़ावा मिला है। क्षेत्र में आर्थिक एवं व्यापारिक गतिविधियाँ बढ़ने से युवाओं को रोजगार के नये अवसर प्राप्त हुए हैं। इस परियोजना के पूरा होने से दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन पर रेल यातायात का दबाव कम हुआ है, साथ ही मालगाड़ियों के डी.एफ.सी. रूट पर शिफ्ट होने से इस रेल खण्ड पर ट्रेनों का तीव्र एवं सुगम संचालन हो रहा है, जिससे दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन पर अतिरिक्त यात्री ट्रेन सेवाएं शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। न्यू कानपुर जं. स्टेशन के निकट एवं मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क विकसित किया जाएगा, जो कि प्रदेश में माल के तीव्र परिवहन हेतु सुविधाएं उपलब्ध करायेगा तथा इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

प्रेस वार्ता में संजय सिंह, अपर मण्डल रेल प्रबंधक प्रयागराज हिमांशु शेखर उपाध्याय, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज शशिभूषण वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक प्रयागराज सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।