भारतीय सेना के आत्मनिर्भरता की और बढ़ते कदम,पूर्ण रूप से स्वदेश में विकसित ‘अस्मि’ मशीनगन सेना में शामिल

AT रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेश
देश की आत्मनिर्भरता पहल को महत्वपूर्ण बढ़ावा देते हुए,भारतीय सेना ने उत्तरी कमान में 550 ‘अस्मि’ मशीनगन पिस्तौल शामिल की हैं। भारतीय सेना के कर्नल प्रसाद बंसोड़ द्वारा DRDO के सहयोग से विकसित इन हथियारों का निर्माण हैदराबाद स्थित लोकेश मशीन द्वारा स्वदेशी रूप से किया जा रहा है।’अस्मी’ मशीनगन पिस्तौल एक मजबूत, कॉम्पैक्ट और विश्वसनीय हथियार है जिसे नजदीकी लड़ाई और विशेष ऑपरेशन के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका अनूठा सेमी-बुलप डिज़ाइन पिस्तौल और सबमशीन गन दोनों के रूप में एक हाथ से संचालन के लिए बेहतर विकल्प देता है। इस शत् प्रतिशत भारत निर्मित हथियार का शामिल होना, राष्ट्र को रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करने के लिए आत्मनिर्भर भारत के प्रति भारतीय सेना की अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।