त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
Prayagraj,up: इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की एक पहल स्वास्थ्य के प्रति आम जनता को जागरूक करना। ए.एम.ए. कनवेन्शन सेंटर के प्रागंण में ए.एम.ए.अध्यक्ष डॉ० कमल सिंह की अध्यक्षता में एक प्रेस वार्ता का आयोजन हुआ, जिसमें वरिष्ठ दिल रोग विशेषज्ञ डा० विनय पाण्डेय अस्स्टेिन्ट प्रोफेसर कार्डियोलॉजी विभाग मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज ने पत्रकारवार्ता के माध्यम से बताया कि आम जनमानस को इस सर्दी के मौसम मे अपने को कैसे सुरक्षित रखें।
सर्दी के मौसम में कैसे रखे दिल का ख्याल
वरिष्ठ दिल रोग विशेषज्ञ डा० विनय पाण्डेयने बताया कि सर्दी बढ़ने का दिल पर असर होता है, इसलिए सर्दियों में अपने दिल का खास ख्याल रखना जरूरी है। सर्दी का मौसम सेहत के लिए अच्छा होता है लेकिन दिल के मरीजों को हार्ट अटैक बढ़ने की संभावना इस मौसम में ज्यादा होती है। एक अनुमान के मुताबिक सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा गर्मी
के मौसम की तुलना में लगभग 53 फीसदी ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए अपने खानपान, दिनचर्या में इन दिनों खास ध्यान रखने की जरूरत होती है।
हार्ट अटैक हर समय छाती में दर्द के साथ नही आता
हार्ट अटैक हर समय छाती में दर्द के साथ ही आए ऐसा जरूरी नहीं है। कई और लक्षण ऐसे हैं, जिन्हें अक्सर लोग हल्के में लेते हैं, जैसे यदि कंधों या हाथ में दर्द को कई बार हम यह समझ लेते हैं कि शायद गलत ढंग से सोने के कारण ऐसा हुआ है तो यह नहीं है। कई बार कंधों व बाजुओं में दर्द होने के साथ ही कमर, जबड़े या गले मे दर्द होना भी हार्ट अटैक के लक्षण हैं। अक्सर इन लक्षणों को आमलोग नहीं समझ पाते हैं, कई बार डेन्टिस्ट के पास यह सोचकर चल जाते हैं कि ठंड की वजह से दांत में दर्द है। हांलाकि डाइबिटीज के मरीजों में यह लक्षण नहीं पाए जाते हैं।
हार्ट अटैक के इन लक्षणों के समय भी मरीज को जितना जल्दी हो सके डिस्प्रिन की गोली देना फायदेमंद है। इससे खून का थक्का नहीं जमता है। यह खून का थक्का घोलने की प्रक्रिया भी शुरू कर देता है।
जाड़े के मौसम में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा
सर्दी के मौसम में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ठंड हमारे शरीर के सिम्पथेटिक सिस्टम को उत्तेजित करता है, जिससे हार्ट में रक्त का प्रवाह काफी बढ़ जाता है, साथ ही धड़कन बढ़ जाती है। इससे हृदय पर ज्यादा काम करने का दबाव पड़ता है, जिससे हार्ट अटैक होने का खतरा ज्यादा
हो जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि तेज ठंड में काफी जल्दी सुबह घूमने न जाएं। बेहतर है कि गर्म कपड़े पहनकर एवं थोड़ी धूप निकलने पर ही व्यायाम करें।
वसा युक्त भोजन से ज्यादा कार्बोहाइड्रेट यानि ज्यादा शुगर युक्त भोजन हृदय संबंधी रोगों का एक बड़ा कारण
अक्सर लोग सोचते हैं कि केवल वसा युक्त भोजन लेने से ही हृदय संबंधी रोग होने का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन हाल ही में हुए शोध से पता चला है कि, वसा युक्त भोजन से ज्यादा कार्बोहाइड्रेट यानि ज्यादा शुगर युक्त भोजन हृदय संबंधी रोगों का एक बड़ा कारण हैं। इसलिए आहार में शुगर कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को नियंत्रित करके हृदय संबंधी रोग से सुरक्षित रह सकते हैं।
हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचानें
किसी भी तरह के छाती में दर्द, अत्यधिक पसीना या सांस फूलने पर सतर्क हो जाएं। हार्ट डिजीज के मरीज इमरजेंसी मेडिसिन जैसे जीभ के नीचे रखने वाली नाइट्रेट अपने साथ रखें व तुरंत आवश्यकतानुसार उपयोग करें।
1 सर्दियों में सामान्यत लोग ज्यादा भोजन एक ही समय में कर लेते हैं, जिससे हार्ट पर दबाव काफी बढ़ जाता है। बेहतर है कि हम नियमित अंतराल में तथा कम मात्रा में खाएं।
2 समुचित गर्म कपड़ों का उपयोग करें। ठंड से खुद का बचाव करें, ज्यादातर घर में ही रहें। सुबह जल्दी ठंडे पानी से नहाना हृदय के लिए खतरनाक हो सकता है। अतः गुनगुने पानी से नहाएं।
3 हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचानें। किसी भी तरह के छाती में दर्द, अत्यधिक पसीना या सांस फूलने पर सतर्क हो जाएं। हार्ट डिजीज के मरीज इमरजेंसी मेडिसिन जैसे जीभ के नीचे रखने वाली नाइट्रेट अपने साथ रखें व तुरंत आवश्यकतानुसार उपयोग करें।
अन्त में ए०एम०ए० सचिव डॉ० आशुतोष गुप्ता, वैज्ञानिक सचिव डॉ० अनुभा श्रीवास्तव, पी०आर०ओ० डॉ० अनूप चौहान और वित्त सचिव डॉ० सुभाष वर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये।