जामवंत का आग्रह, ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ में ‘रामायण’ के पात्रों को भी किया जाए आमंत्रित।

लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी भी आमंत्रण को लेकर व्यक्त करचुके हैं भावना।

भदोही,यूपी। आगामी 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में श्री रामलला के भव्य मंदिर में होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर लोगों में अत्यंत हर्ष की अनुभूति देखी जा रही है। अयोध्या की पवित्र माटी और भगवान के श्रीचरणों से आया पूजित अक्षत इन दिनों नगरों से लेकर गांवों तक में बसने वालों सभी सनातनियों के घर-घर तक पहुंचाया जा रहा है। गीत-संगीतकार, मूर्तिककार से लेकर हर विधा के धनी अपने तरीके से जश्न में डूबे दिख रहे हैं और अपने प्रतिभा से भगवान की भक्ति को दर्शित-प्रदर्शित कर रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जोरों-शोरों से तैयारियां चल रही हैं, अयोध्या को बेजोड़ तरीके से सजाने-संवारने का दौर चल रहा है। दूसरी तरफ 22 जनवरी के कार्यक्रम हेतु न्यौता भी दिया जा रहा है। ऐसे में नेता, अभिनेता, खिलाड़ी से लेकर हर क्षेत्र से जुड़े लोग निमंत्रण की आस में भी दिख रहे हैं। सबसे प्राचीन, बहुप्रसिद्ध एवं बहुप्रसंशित निर्देशक स्व. रामानंद सागर कृत टीवी सीरियल ‘रामायण’ में जामवंत के साथ अन्य रोल निभाने वाले अभिनेता राजशेखर उपाध्याय श्रीकांत भी अयोध्यापति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर काफी हर्षित हैं। उन्होंने एक बातचीत में कहा कि रामलला सनातन के संस्कार और गौरव हैं। 500 सालों के इंतजार व संघर्षोपरांत उनके जन्मभूमि में उनका भव्य मंदिर बनना हर भारतीय और हिंदुत्व के लिए गर्व का विषय है। उनका श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से कहना है कि रामायण सीरियल में भूमिका निभाने वाले अभिनयकर्ताओं को भी निमंत्रित करना चाहिए। आपको बता दें कि राजशेखर उपाध्याय यूपी के भदोही जिले के सुरियांवा क्षेत्र के हरिहरपुर गांव के रहनेवाले हैं। राजशेखर उपाध्याय टीवी सीरियल और फिल्मों के चर्चित चेहरे रहे हैं। उन्होंने प्रड्यूसर रामानंद सागर की रामायण टीवी सीरियल में जामवंत के साथ कई अन्य किरदार भी अदा किये हैं। राम मंदिर निर्माण और श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर वे बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या में लंबे संघर्ष के बाद प्रभु विराजमान होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में प्रभु श्रीराम की भव्य और दिव्य प्रतिमा अलौकिक मंदिर में स्थापित होगी। 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा के लिए सीएम योगी ने प्रदेश में सामूहिक छुट्टी घोषित की है। इसे लेकर मैं बेहद प्रसन्न हूं। उन्होंने कहा कि अयोध्या से यह हिंदुत्व के नए युग का सूत्रपात हो रहा है। लंबे समय बाद मिल रही यह अपार सफलता सनातनधर्म के अत्यधिक विस्तार में विशेष योगदान पदत्त करेगा।

जामवंत पात्र का अभिनय करने वाले राजशेखर उपाध्याय की धर्मपत्नी का हाल ही में स्वर्गवास हो गया था। जिसकी वजह से वह गाँव आए हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में अगर उन्हें मंदिर निर्माण ट्रस्ट की तरफ से आमंत्रण मिला, तो वह अवश्य जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं ऐसे धार्मिक और महान कार्य में अपने को उपस्थित पाकर धन्य समझूंगा। अन्यथा बाद में भगवान के दरश को जरूर जाऊंगा।

बोले राजशेखर उपाध्याय, ‘रामायण’ की पूरी टीम को करना चाहिए इन्वाइट

उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से निवेदन किया है कि पूरी रामायण सीरियल की टीम को आमंत्रित किया जाए। उनके अनुसार अब बहुत कलाकार जीवित नही हैं। जो हैं उनमें लक्ष्मण की भूमिका निभाने वाले सुनील लहरी आमंत्रण न मिलने पर अपनी भावना व्यक्त कर चुके हैं। राजशेखर उपाध्याय ने बताया कि राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल, सीता की भूमिका में दीपिका चिखलिया, लक्ष्मण की भूमिका निभाने वाले सुनील लहरी और मंदोदरी की भूमिका निभाने वाली अपराजिता भूषण को आमंत्रित करना चाहिए। उन्होंने बताया की अरुण गोविल को आमंत्रित किया गया है। उपाध्याय ने बताया कि टीवी सीरियल रामायण जरिए प्रभु श्रीराम का चरित्र घर-घर तक सजीवतः पहुंचा। रामानंद सागर बधाई के पात्र और निर्देशक रहे। हम राममंदिर निर्माण ट्रस्ट, केंद्र एवं राज्य सरकार से निवेदन करते हैं कि रामायण में जिन कलाकारों ने अपनी भूमिका निभाई है उन्हें आमंत्रित किया जाए।

80 के दशक के दौर में हुआ था रामायण का प्रसारण

टीवी सीरियल में ‘रामायण’ ने अपना अलग स्थान और मुकाम हासिल किया। अस्सी के दशक का वह सुनहरा दौर था। जब दूरदर्शन चैनल पर रामायण का प्रसारण किया जा रहा था। रामायण को देखने के लिए लोगों में एक अजीब-सा उत्साह था। ललक और दीवानगी इस कदर थी कि लोग जहां भी रहते, समय से पूर्व आकर टीवी से चिपक जाते। उस वक्त टीवी कम थी, वस्तुतः सैकड़ों दर्शक इकट्ठे होकर रामायण के सजीव प्रसारण को निहारते थे। साथ ही मर्यादा पुरुषोत्तम के भावों में बह जाते। राजशेखर उपाध्याय (जामवंत पात्र अदाकार) ने बताया कि हम लोग जहां जाते थे वहां के लोग जब यह सुनते थे कि इन्होंने रामायण में भूमिका निभाई है तो उस अभिनेता को भगवान की तरह सम्मान देते थे। रामायण टीवी सीरियल ने हम जैसे कलाकारों को बहुत बड़ा नाम दिया है। रामानंद सागर ने रामायण को घर-घर पहुंचने का काम किया। रामायण अभी लॉकडाउन में भी दुनिया में सबसे अधिक देखा जाने वाला टीवी सीरियल बनकर उभरा, और अपनी लोकप्रियता की धमक फिर दुनिया के सामने प्रदर्शित करने में कामयाब रहा।