देखिए किस भव्य तरीके से बन रहा है अयोध्या का राम मंदिर।

अयोध्या,यूपी। अयोध्या का राम मंदिर 24 जनवरी से आम भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा। वही इन तस्वीरों में आप मंदिर की मुख्य इमारत से लेकर उसके महलों और पूरे परिसर को देख सकेंगे।
राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की जिस मूर्ति की स्थापना होनी है उसकी ऊंचाई 52 इंच होगी। यह ऊंचाई एक भव्यता प्रदान करेगी। राम मंदिर ट्रस्ट सूत्रों के अनुसार कर्नाटक से आए शिलाखंड रामलला की मूर्ति बनाने के लिए सबसे उपयुक्त पाए गए हैं। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार रामलला की मूर्ति बनाने के लिए तीन जगह से पत्थर आए हुए हैं। ये पत्थर नेपाल, कर्नाटक और राजस्थान के जयपुर से आए हैं।

 

यह पूरा मंदिर 54 हजार वर्ग फिट में फैला हुआ है। जहां मदिर के मुख्य प्रांगण के अलावा अन्य महल होंगे।

अयोध्या में बन रहा राम मंदिर दुनिया के सबसे भव्य मंदिरों में से एक होगा। मंदिर के निर्माण में करीब 1835 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। रामजन्मभूमि परिसर में राममंदिर के अलावा कई अन्य प्रकल्प भी बनाए जाने हैं। 25 हजार भक्तों के लिए तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र का निर्माण होना है। वही
मुख्य मंदिर के अलावा सीता रसोई, गोशाला, संग्रहालय, त्रिस्तरीय वृक्षारोपण, बहुतलीय पार्किंग, सुरक्षित अमानती घर, आपातकालीन चिकित्सा सहायता केंद्र, बैंक, एटीएम, बहुआयामी चल चित्रशाला, यज्ञशाला, रामलीला केंद्र, अन्न क्षेत्र आदि का भी निर्माण होगा।

भगवान श्रीराम के दरबार राम मंदिर के गर्भगृह का विहंगम दृश्य अब दिखने लगा है। मंदिर के निर्माण कार्य को पूरा कराने के लिए दिन-रात कारीगर लगे दिख रहे हैं। बंशी पहाड़पुर के पत्थर से रामलला मंदिर के गर्भगृह की पीछे की दीवार बनवाई गई है। पिंक स्टोन पत्थर से बनी यह दीवार आपका मन मोह लेगी। राम मंदिर का निर्माण कार्य बड़ी तेजी से चल रहा है। अक्टूबर तक मंदिर का प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा।छत पर बीमों को नक्काशी के साथ गोलाकार आकृति में ढाला गया है श्रीरामजन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन राममंदिर जनवरी 2024 में खुल जाएगा। इसके साथ ही 24 जनवरी से भव्य गर्भगृह में रामलला का दर्शन भक्तों को मिलने लगेगा।

 

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मकर संक्रांति से शुरू होगा। भव्य गर्भगृह में रामलला को विराजित करने पीएम नरेंद्र मोदी भी अयोध्या आएंगे।

दिसंबर 2023 तक राममंदिर भक्तों के दर्शन के लिए तैयार हो जाएगा। तीन मंजिला राममंदिर के भूतल का काम पूरा हो चुका है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के पदाधिकारियों के अनुुसार रामलला की प्राण प्रतिष्ठा मकर संक्रांति के बाद होनी चाहिएऐसे में 14-15 जनवरी 2024 से 24 जनवरी के बीच रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान संपन्न कर लिया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 10 दिवसीय होगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए ट्रस्ट ने देश के शीर्ष ज्योतिषियों से मुहूर्त निकलवाए हैं। ज्योतिषियों की ओर से दिए गए शुभ मुहूर्त में 21, 22, 24 व 25 जनवरी की तिथि शामिल हैं। ट्रस्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 24 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो सकती है, क्योंकि यह सबसे उत्तम तिथि बताई जा रही है।

 

यह भी तय है कि रामलला को नए घर में विराजमान करने पीएम मोदी आएंगे। 15 जून को भरतकुंड में आयोजित जनसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी।मुख्यमंत्री योगी कह चुके हैं कि प्राण प्रतिष्ठा के पहले अयोध्या सुंदरतम नगरी बन जाएगी। वहीं श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से पीएम मोदी को आमंत्रण भी भेजा जा चुका है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामलला की अचल मूर्ति के निर्माण का काम भी तेजी से चल रहा है। मंदिर निर्माण कार्य बहुत तेजी से हो रहा है। निर्माण कार्य तेजी से हो इसके लिए अत्याधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। निर्माण कार्य की गुणवत्ता उच्च हो इसका खास ख्याल रखा जा रहा है। मंदिर में जितने तरह के मुख्य द्वारा हैं उनकी भव्यता देखते ही बनती है।अयोध्या राम मंदिर में भक्त 24 जनवरी से दर्शन का लाभ ले सकेंगे।